घर के कमरे सेअगर दिखता रहे
थोडा साआसमान ,तो छोटा सा कमरा भी
बहुत बडा हो जाता है
न जाने कहाँ-कहाँ से इतनी जगह निकल आती है
कि दो-चार और थके-हारे लोग
आसानी से समा जायें,पर जब कमरा भी छोटा हो
दिखे भी न कहीं से आसमान
तब कहाँ जायें ऐसे में ,कहीं भी तो नहीं दिखती
कोई और जगह ?
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